आरती श्री हनुमान जी की – Aarti Shree Hanuman Ji Ki

आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्टदलन रघुनाथ कला की ॥

#AARTI

9/25/2024

आरती श्री हनुमान जी की

आरती कीजै हनुमान लला की।

दुष्टदलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरिवर काँपै।

रोग-दोष जाके निकट न झाँपै॥आरती कीजै...॥

अंजनि पुत्र महा बलदाई।

संतन के प्रभु सदा सहाई॥आरती कीजै...॥

दे बीरा रघुनाथ पठाये।

लंका जारि सीय सुधि लाये॥आरती कीजै...॥

लंका सो कोट समुद्र-सी खाई।

जात पवनसुत बार न लाई॥आरती कीजै...॥

लंका जारि असुर संहारे।

सियारामजी के काज सँवारे॥आरती कीजै...॥

लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।

आनि सजीवन प्रान उबारे॥आरती कीजै...॥

पैठि पताल तोरि जम-कारे।

अहिरावन की भुजा उखारे॥आरती कीजै...॥

बायें भुजा असुर दल मारे।

दुहिने भुजा संतजन तारे॥आरती कीजै...॥

सुर नर मुनि आरती उतारे।

जै जै जै हनुमान उचारे॥आरती कीजै...॥

कंचन थार कपूर लौ छाई।

आरती करत अंजना माई॥आरती कीजै...॥

जो हनुमान जी की आरती गावै ।

बसि बैकुंठ परमपद पावै॥आरती कीजै...॥

आरती कीजै हनुमान लला की।

दुष्टदलन रघुनाथ कला की ॥